Shivling Puja Vidhi: सावन का महीना भगवन शिव को समर्पित होता है। इस माह में भक्त भगवन शिव को प्रसन्न करने हेतु सोमवार का व्रत करते है और विभिन्न सामग्री से भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते है। परन्तु शास्त्रों में कई ऐसी वस्तुओ का उल्लेख मिलता है जो शिवलिंग पर चढ़ाना निषिद्ध बताया गया है। आइये जानते है की शिवलिंग पर कौन सी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए ।
1. शंख - शिव पुराण में उल्लेख मिलता है कि भगवान शिव ने शंखचूर्ण नमक दैत्य का वध किया था और इसी कारण शिव जी की पूजा में शंख का उपयोग निषध बताया गया है।
2. नारियल का पानी - शिवलिंग पर नारियल का पानी चढाना भी वर्जित मन गया है। शिवजी को नारियल अर्पित कर सकते है पर नारियल का पानी नहीं।
3. तुलसी दाल - तुलसी पत्र भगवान विष्णु को अति प्रिये है पर भगवान शिव की पूजा में इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार जलंधर नमक दैत्य जो वृंदा का पति था उसका वध भगवन शिव ने किया। भगवान विष्णु के आशीर्वाद से वृंदा का जन्म ही तुलसी के रूप में हुआ। इसी कारण शिव जी के पूजा में तुलसी का प्रयोग निषिद्ध माना जाता है। परन्तु शिव जी को बेल पत्र, शमी पत्र, भाँग, धतूरा आदि अति प्रिये है।
4. सिंदूर - साधारणतः पूजा में सिंदूर का प्रयोग अति शुभ मन जाता है परन्तु भगवान शिव को कभी भी सिंदूर नहीं चढ़ानी चाहिए। सिंदूर सुहाग का प्रतिक माना जाता है परन्तु शिव जी योगी है इसी कारण उन्हें सिंदूर या कोई भी सौन्दर्य सामग्री जैसे रोली, हल्दी अदि नहीं चढ़ानी चाहिए।
5. चंपा और कतकी का फूल - भगवान शिव को चंपा और केतकी का फूल अर्पित करना भी निषिद्ध बताया गया है इसके पीछे भी कई पौराणिक कथा मिलती है। साथ ही शिव जी को लाल फूल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। भोलेनाथ को कनेर और अपराजिता के पुष्प अति प्रिये है।