शनि देव ग्रह मंडल में न्याय के देवता माने गए हैं। शनिदेव हमारे पूर्व जन्मों के किए गए कर्मों का दंड या फिर पुरस्कार देने वाले न्याय के देवता है। वह किसी जातक पर यदि प्रसन्न है तो उसे रंक से राजा बना देते हैं वही अगर किसी पर क्रोधित है तो उसे राजा से रंग बना देते हैं। शनि देव का क्रोध मनुष्य को साढ़ेसाती और ढैय्या के रूप में झेलना पड़ता है।इसलिए इन्हें हमेशा प्रसन्न रखने में ही भलाई है।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए निम्न उपाय करें (Shanivar ke Upay)
1. शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए सर्वप्रथम मनुष्य को बुरी आदतों का छोड़, सद्गुण और सद् विचारों को अपनाना चाहिए। न्याय के देवता शनि देव को मेहनती, अनुशाषित एवं संस्कारी लोग ही पसंद है। अतः शनिदेव की कृपा प्राप्ति हेतु मांसाहार एवं नशे की वस्तुओ का त्याग करें, बुजुर्गो एवं स्त्रीओ का सम्मान करे, गरीब के प्रति दया भाव रखे।
2. शनिवार के दिन शनि व्रत रखें और पीपल वृक्ष की पूजा करें शनि देव को काली उड़द की खिचड़ी चढ़ाएं के तेल का दीप जलाएं काला धागा पीपल वृक्ष में बांधे है और शनि चालीसा, शनि कथा व्रत का पाठ करें।
3.शनिवार के दिन महावीर मंदिर में सवा मीटर काले कपड़े में काला उड़द, लोहे के कील, काला कपड़ा , तिल और सप्तधान्य लेकर बांधकर एक पोटली बनाएं और महावीर मंदिर में पंडित जी को दान दे दे और काले उड़द की खिचड़ी गरीबों को खिलाएं।
4. शनिवार के दिन ठीक सूर्यास्त के बाद अपनी लंबाई के बराबर काले धागे का बत्ती बनाकर करू तेल के दीए में या तिल के तेल के दीए में रखकर पीपल वृक्ष के नीचे दीप जलाएं और अपने संकट से मुक्ति के लिए पीपल वृक्ष शनिदेव से प्रार्थना करें।
5. शनिवार के दिन शुभ मुहूर्त में शनि यंत्र लाकर उसकी विधिवत पूजा करें धूप दीप देकर मंत्र से अभिमंत्रित करें शनि मंत्र "ॐ शं शनिश्चराय नमः" एक माला जाप कर उस यंत्र को धारण करें तो भी शनि की कृपा होती है और पीड़ा शांत होता है
6. शनि शांति के सभी उपायों में सर्वश्रेष्ठ उपाय है कि शनिवार के दिन या फिर नित्य हनुमान जी की पूजा अर्चना करते रहें और हमेशा शनि चालीसा के साथ हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ अवश्य करें।
अगर आप नियमित रूप से इन उपायों को करते है तो निश्चित रूप से शनि द्वारा प्राप्त हो रहे कष्टों से मुक्ति मिलती है और सरे काम बनने।
ओम शनिश्चराय नमः🙏