Sawan Somvar Vrat 2022: सोमवार का दिन भगवन शिव को समर्पित होता है। शास्त्रों में सोमवार व्रत की अत्यधिक महिमा बताई गयी है। ऐसी मान्यता है की जो भी सोमवार का व्रत नियम पूर्वक करता है उसकी सभी मनोकामना भगवन शिव की कृपा से पूर्ण होती है। सोमवार का व्रत श्रावण, चैत्र, वैशाख, कार्तिक या मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार से शुरू करना चाहिए। इस व्रत को लगातार 5 वर्ष या 16 सोमवार करना चाहिए।
सोमवार व्रत विधि (Savan Somvar Vrat Vidhi)
इस दिन व्रती को सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए। स्नान आदि नित्य कर्मा से निवृत हो साफ वस्त्र धारण करें। फिर अपने पूजा स्थल को साफ कर गंगाजल का छिड़काव करें। अब एक चौकी पर सफेद वस्त्र बिछा कर शिव परिवार की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। सर्वप्रथम भगवन गणेश की पंचोपचार से पूजा करें करने के पश्चात् कार्तिकेय, नंदी के साथ शिव पार्वती की विधिवत पूजा करें। सर्वप्रथम भगवन का आवाहन करें फिर अर्घ, पाद्य, स्नान, पंचामृत स्नान, वस्त्र, चन्दन, पुष्प, धुप, दीप आदि अर्पित करें। भगवन शिव का प्रिये बेलपत्र, भांग, धतूरा भी अर्पित करें। भगवन को नवैद्य भी अर्पित करें। पूजा के बाद ॐ नमः शिवाय मन्त्र का काम से कम १०८ बार जप करें। शिव स्तोत्रम, शिव चालीसा, रुद्राष्टक आधी का भी पाढ़ कर सकते है। पीर सोमवार करत कथा भी पढ़े। अंत में आरती करे और क्षमा याचना करें। इस दिन पूर्ण उपवास भी कर सकते है या फिर फलाहार करें। सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं और संध्या आरती के बाद फलाहार कर सकते हैं। जितना व्रत का संकल्प हो उतना व्रत पूरा होने पर इस का उद्यापन भी करना होता है। उस दिन हम लोगों को आमंत्रित भी करते हैं ब्राह्मण भी बुलाते हैं विधिवत पूजा करके सब को प्रसाद वितरण करते हैं हवन इत्यादि भी की जाती है शिव और पार्वती को विशेष वस्त्र उद्यापन के दिन चढ़ाते हैं और इसे दान करते हैं इस दिन ब्राह्मण को भी दान दक्षिणा देकर प्रसन्न करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं इस तरह सोमवार का व्रत हम पूरी निष्ठा और भक्ति से पूरा करते हैं।
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सोमवार के चमत्कारी उपाय (Somvar Ke Upya)
1. चंद्र दोष के लिए- रविवार की रात में अपने सिरहाने कच्चा दूध गिलास में रखें और सुबह इसे बबूल के पेड़ पर चढ़ा दे।
2. विवाह के लिए- शिवलिंग का जलाभिषेक करने में केसर मिलाकर करें तो विवाह के संकट दूर हो जाएंगे और अनुकूल विवाह के योग बनेंगे
3. दांपत्य सुख के लिए- आज के दिन मंदिर में शिव पूजन करें और रुद्राक्ष अर्पित करें इससे दांपत्य सुख में अभिवृद्धि होगी।
4. पितृ दोष से छुटकारे के लिए- चावल में काले तिल मिलाकर दान करें और इसे सूर्यास्त के बाद शिव मंदिर में रख दें और ॐ नमः शिवाय मन्त्र का 108 बार जप भी करें।
5. पापों से मुक्ति के लिए- आज के दिन शिव जी को मंदिर में तिल और जौ अर्पित करें।
6. दरिद्रता से मुक्ति के लिए- आज के दिन शिव मंदिर में दरिद्र दहन स्तोत्र का जितना संभव हो पाठ करें और गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
ओम नमः शिवाय