कोरोनावायरस के प्रकोप से मार्च 2020 में जब लौकडाउन लगा था तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि अब जिंदगी बदल रही है और साथ ही दैनिक रहन सहन के तौर तरीके भी काफी हदतक बदल जाएंगे . वर्क फ्रॉम होम, आनलाइन क्लासेज़ और टीवी, कम्प्यूटर, मोबाइल फोन के प्रयोग के घंटे भी पहले से काफी बढ़ गए हैं. इसके फलस्वरूप लगभग सभी की आंखों में कुछ न कुछ परेशानी जरूर अनुभव हुई है . कारण है, इन सभी गैजेट से निकलने वाली नीली या पराबैंगनी किरणें. ये किरणें आंखों के प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित करतीं हैं . कार्निया, लेंस, रेटिना, सभी में कुछ न कुछ असर ज़रूर पड़ता है. इसके चलते आंखों में चुभन, गड़न, सूखापन,लाली, पानी आना, भारीपन महसूस करना, हल्का या ज्यादा दर्द, सिरदर्द की शिकायत हो रही है. जैसे जैसे समय बीतता गया है, ये सारी शिकायतें भी बढ़ती गई हैं . अब निवारण क्या हो? क्योंकि लौकडाउन की वजह से इन सभी गैजेट से छुटकारा तो मिल नहीं सकता है . इतना ही नहीं, लौकडाउन समाप्त होने पर भी ये सभी हमारे दैनिक जीवन काल हिस्सा बन चुके हैं .
इसलिए आवश्यक है कि कुछ आसान उपाय करें जिससे ये सारी परेशानियां दूर न भी हों तो कम जरूर हो जाएं .
1) हर बीस मिनट बाद नज़रों को गैजेट से हटा लिया जाए, कम से कम बीस सेकेंड के लिए.
2) आंखों को कसकर बंद कर लें जिससे आंसू से आंखें गीली हो जाएं .
3) सुबह शाम प्राणायाम और सूक्ष्म व्यायाम करें .
4) प्रचुर मात्रा में पानी पिएं,
5)गैजेट के प्रयोग करते समय एंटी ग्लेयर कोटिंग वाले चश्मे का प्रयोग किया करें .
6) अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ कर गर्म करें और कम से कम दस सेकंड के लिए आंखों पर रखें.
इन साधारण, मगर महत्वपूर्ण उपायों को करने से आंखों की सुरक्षा निश्चित रूप से हो सकती है.
डा दीपक कुमार
एम.एस.(नेत्र)
मेडिकल डायरेक्टर
वाराणसी नेत्र संस्थान
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