गुरुवार का दिन भगवान विष्णु एवं गुरु बृहस्पति को समर्पित होता है। बृहस्पति ग्रह सौर्य मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है, जिस कारण ज्योतिष शास्त्र में इसका अत्यधिक महत्व बताया गया है। हमारी कुंडली में गुरु बृहस्पति कई शुभ चीजों के कारक गृह माने गए है जैसे - विवाह, शिक्षा, संतान, धार्मिक बुध्दि, पति पत्नी के सम्बन्ध, धन, सुख समृद्धि आदि। अतः गुरूवार के दिन मनुष्य को ऐसे कोई भी कार्य नहीं करने चाहिए जिससे बृहस्पत ग्रह कमजोर हो और उसका अशुभ फल प्राप्त हो। आइये अब जान लेने है की गुरूवार के दिन कौनसे कार्य करना वर्जित बताये गए है।
1. गुरूवार को घर में किसी भी प्रकार की विशेष साफ सफाईनहीं करना चाहिए जैसे जाले निकलना, कबाड़ हटाना, पोछा लगाना आदि।
2. इस दिन धोबी को कपड़े धोने या इस्त्री के लिए नहीं देना चाहिए।
3. इस दिन महिलाओ को बाल धो कर नहीं नहाना चाहिए और ना ही नाख़ून या बाल काटने चाहिए इससे सुख-सौभाग्य की हानि होती है।
4. इस दिन पुरषों को भी बाल और नाख़ून नहीं काटने चाहिए और ना ही शेव बनाना चाहिए इससे संतान सुख में कमी आती है।
5. इस दिन किसी को भी उधार नहीं देना चाहिए.
6. गुरूवार के दिन केला,सत्तू,खिचड़ी नहीं खाना चाहिए और ना ही मांसाहार और नशे का सेवन करना चाहिए इससे जीवन में कष्ट बढ़ जाते है और धन हानि होती है।
7. इस दिन कपडे धोना और घर में पोछा लगाना भी वर्जित बताया गया है।
8. इस दिन किसी भी बड़े का जैसे पिता, दादा, पडित, गुरु अपमान ना करें। ये काम मनुष्य को कभी भी नहीं करना चाहिए।
9. इस दिन दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए साथ ही दक्षिण पूर्व और दक्षिण पश्चिम की भी यात्रा ना करे अगर बहुत जरुरी हो तो दही या जीरा खा कर ही यात्रा शुरू करें।
10. इस दिन पूजा का सामान, नुकीली वस्तुए जैसे चाकू, कैची या लिहे की वस्तुये न ख़रीदे।